शिव पुराण में रुद्राक्षों के महत्व का वर्णन किया गया है | हर रुद्राक्ष अपने आप में एक शक्तिशाली शक्ति का प्रतिबिंब है | दस मुखी रुद्राक्ष में साक्षात भगवान विष्णु के आशीर्वाद का समावेश है | अगर दूसरे शब्दों मे कहें तो इसे भगवान विष्णु का स्वरूप माना गया है | जो भी यह रुद्राक्ष धारण करता है उस पर भगवान विष्णु की कृपा बरसती है | दस मुखी रुद्राक्ष को दस रुद्रों का आशीर्वाद प्राप्त है |`इसके कारण इसका महत्व व शक्ति और भी बढ़ जाती है |अगर किसी के ऊपर किसी चुड़ैल , भूत या शैतानी शक्ति का साया है तो उसे यह रुद्राक्ष अवश्य पहनना चाहिए | दस मुखी रुद्राक्ष हमें हमारे व्यापार में तरक्की की ओर अग्रसर करता है | यदि किसी के व्यापार में नुकसान हो रहा हो , व्यापार में अड़चने आ रही हो , पैसों का अभाव हो तब ऐसी स्थिति में व्यापरी को दस मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए | इसे पहनने से कारोबार की सारी रुकावटें दूर हो जाती है | यदि आपको किसी क़ानूनी परेशानी मे सफलता नहीं मिल रही है तो यह रुद्राक्ष अवश्य धारण करें | विष्णु जी का आशीर्वाद होने के कारण दस मुखी रुद्राक्ष पहनने से आपका मान - सम्मान व प्रतिष्ठा बढ़ती है | आपका यशदसों दिशाओं मे फैलता है आपके काम व धन में बढ़ोतरी होती है| इसको धारण करते ही आपके जीवन में उन्नति होने लगेगी | जो व्यक्ति ज़्यादा पूजा-पाठ या तंत्र-मंत्र की साधना करता है उनके लिए यह रुद्राक्ष अति-उत्तम माना गया है | इसे धारण करने से सिद्धि प्राप्त करने में सहायता मिलती है , और आपको दिव्य शक्तियों का साथ व आशीर्वाद प्राप्त होता है | यदि आपकी कुंडली में सर्प के काटने का कोई योग है तो इस रुद्राक्ष को अवश्य धारण करें | दस मुखी रुद्राक्ष सर्प भय को दूर करके आपकी आयु लंबी करने में सहायक होता है| दस मुखी रुद्राक्ष को पहनने से हमें शांति सौंदर्य भी मिलता है | हमारे मुख पर तेज़ आ जाता है | मन में सुकून कीअनुभूति होती है |
दस मुखी रुद्राक्ष का हमें पूर्ण लाभ मिले तो ही इसका उचित सिद्धि के साथ शुद्धिकरण होना बहुत आवश्यक है |