हमारे देश को सोने की चिड़िया कहा जाता है , क्योंकि हमारे देश में अनेक तरह के हीरे -जवाहरात व पौराणिक वस्तुएं पाई जाती है, अनेक तरह के अनमोल रत्न, सीप मोती और ना जाने कितने ही दिव्य रत्न हमारे देश में पाए जाते है | ऐसे ही एक अनमोल रत्न का हम ramramji.co पर वर्णन कर रहे | वह रत्न है - ग्यारह मुखी रुद्राक्ष |
भगवान शिव के गले में सुसज्जित रुद्राक्षों की माला में एक बहुत ही बहुमूल्य रुद्राक्ष है |
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष जिसे एकादशी रुद्राक्ष भी कहा जाता है | ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को साक्षात भगवान शिव का रुद्र रूप माना जाता है | इसमें ग्यारह रुद्रों व शिव के ग्यारहवें अवतार का समावेश माना जाता है| ग्यारह मुखी रुद्राक्ष का अधिपति इंद्र देव है | यदि सावन के महीने में आप ग्यारह मुखी रुद्राक्ष की पूजा करते है तो आपको शिव - पूजा के बराबर पुण्य मिलता है |
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आपके घर में किसी तरह की सुख सुविधा की कमी नहीं रहेगी | ग्यारह मुखी रुद्राक्ष व्यापारियों के लिए अति-उत्तम माना गया है इसे धारण करने से आपके सारे काम बनते है तथा आपके व्यापार मे बढ़ोतरी होती है | धन- धान्य से आपकी तिजोरी भर जाती है तथा आपका कारोबार काफ़ी तरक्की करता है | यदि आपके व्यापार में कोई रुकावट आ रही है तो आपको ग्यारह मुखी रुद्राक्ष आवश्य धारण करना चाहिए | इसे पहनते ही आपको इसकी शक्तियाँ स्वयं महसूस होगी | धन का अभाव भी पूरा होज़ायगा |
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगी | ग्यारह मुखी रुद्राक्ष पहनने से आपको भगवान हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है क्योंकि ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को साक्षात रुद्र के समान माना गया है | भगवान शिव के ग्यारहवें अवतार को हनुमान जी का प्रतीक माना जाता है | ग्यारह मुखी रुद्राक्ष से हमें हनुमान जी के जैसे बल - बुद्धि व शत्रुओं का नाश करने का साहस प्राप्त होता है | तथा हम भक्ति के पथ पर अग्रसर होते है| अगर आप अपने जीवन में सभी बाधाओं को दूर करना चाहते है तथा अपने घर में सुख-शांति चाहते है , धन का अभाव दूर करना चाहते है |